What is Computer –कंप्यूटर क्या है?
कम्प्यूटर एक इलेक्ट्रानिक डिवाइस या मशीन है जो डाटा को कलेक्ट करके इनफाॅर्मेशन में परिवर्तित कर यूजर को देता है। कम्प्यूटर के उपयोग के बारे मे बात करू तो कम्प्यूटर के बिना तो जीवन ही अधूरा है। कम्प्यूटर विश्व भर में प्रयोग होने वाला उपकरण है जिसका प्रयोग घरों, अस्पतालों, व्यापारिक परिस्थितियों, रेलवे, और बैज्ञानिक अनुसंधानों में किया जाता है। कम्प्यूटर के जन्मदाता "चार्ल्स वैवेज" हैं।
What is data - डाटा क्या है ?
What is information-इनफाॅर्मेशन क्या है ?
इनफाॅर्मेशन एक अर्थपूर्ण डाटा होता है जिसे सुचना कहते हैं , कम्प्यूटर इनपुट डिवाइसों के माध्यम से जो डाटा प्राप्त करता है वह बाइनरी या मशीनी ( 0-1) भाषा में होता है जिसे कम्प्यूटर समझता है और जांच करता है या प्रोसेस करता है और उस डाटा को प्रोसेस करने के बाद किसी आउटपुट डिवाइस को दे देता है वह आउटपुट डिवाइस यूजर्स को समझने योग्य बनाकर अपने सक्रीन पर या हार्ट काॅपी के रुप में दिखा देता है। इसी डाटा को इनफाॅर्मेशन कहते हैं।
What is Full Form Of Computer – कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है ?
O - Opareator - चलाना
M - Machine - यंत्र
P - Particular - विशेष रुप से
U - Use - प्रयोग
T - Teachnic - तकनीकी
E - Education - शिक्षा
1. कंप्यूटर की पहली पीढ़ी – 1940-1956 “Vacuum Tubes” :-
सबसे पहले First generation के कंप्यूटर Vacuum tubes को circuitry और Magnetic Drum को memory के लिए इस्तमाल करते थे. ये size में काफी बड़े बड़े हुआ करते थे. इनको चलाने में काफी शक्ति का इस्तमाल होता था.
ज्यादा बड़ा होने के कारण इसमें heat की भी बहुत समस्या थी जिससे ये कई बार malfunction भी होता था. इनमे Machine Language का इस्तमाल होता था. उदहारण के तोर पे UNIVAC and ENIAC computers.
2. कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी – 1956-1963 “Transistors”
Second generation के computers में transistors ने vacuum tubes की जगह ले ली. Transistor बहुत ही कम जगह लेते थे, छोटे थे, faster थे, सस्ते थे और ज्यादा Energy Efficient थे. ये पहले generation के कंप्यूटर की तुलना में कम heat generate करते थे लेकिन फिर भी इसमें heat की समस्या अभी भी थी. इनमे High Level programming Language जैसे COBOL और FORTRAN को इस्तमाल में लाया गया था.
3. कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी – 1964-1971 “Integrated Circuits”
Third generation के कंप्यूटर में पहली बार Integrated Circuit का इस्तमाल किया गया था. जिसमे Transistors को छोटे छोटे कर silicon chip के अन्दर डाला जाता था जिसे Semi Conductor कहा जाता है. इससे ये फ़ायदा हुआ की कंप्यूटर की processing करने की क्षमता काफी हद तक बढ़ गयी.
पहली बार इस generation के computers को ज्यादा user friendly बनाने के लिए Monitors, keyboards और Operating System का इस्तमाल किया गया. इसे पहली बार Market में launch किया गया.
4. कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी – 1971-1985 “Microprocessors”
Forth generation की ये खासियत है की इसमें Microprocessor का इस्तमाल किया गया. जिससे हजारों Integrated Circuit को एक ही सिलिकॉन chip में embedded किया गया. इससे मशीन के आकार को कम करने में बहुत आसानी हुई.
Microprocessor के इस्तमाल से कंप्यूटर की efficiency और भी बढ़ गयी. ये बहुत ही काम समय में बड़े बड़े कैलकुलेशन कर पा रहा था.
5. कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी – 1985-present “Artificial Intelligence”
Fifth generation आज के दोर का है जहाँ की Artificial Intelligence ने अपना दबदबा कायम कर लिया है. अब नयी नयी Technology जैसे Speech recognition, Parallel Processing, Quantum Calculation जैसे कई advanced तकनीक इस्तमाल में आने लगे हैं.
ये एक ऐसा generation हैं जहाँ की कंप्यूटर की Artificial Intelligence होने के कारण स्वयं decision लेने की capacity (छमता ) आ चुकी है. धीरे धीरे इसके सारे काम Automated हो जायेंगे.
कंप्यूटर कैसे कार्य करता है?
Input (Data): Input वो step है जिसमे की Raw Information को Input Device इस्तमाल करके कंप्यूटर में डाला जाता है. ये कोई letter, पिक्चर या कोई विडियो भी हो सकता है.
Process: Process के दौरान input हुए data को instruction के अनुसार processing की जाती है. ये पूरी तरह से Internal प्रोसेस है.
Output: Output के दौरान जो data पहले से process हो चुकी हैं उसको Result के तोर में show किया जाता है. और यदि हम चाहें तो इस result को save कर के Memory में रख भी सकते हैं Future के इस्तमाल के लिए.
Computer Architecture :-
Computer के विभिन्न Components एवं उनके मध्य सम्बन्ध को कम्प्यूटर की संरचना (Computer Architecture) कहते हैं। लगभग सभी Computers की संरचना एक ही तरह की होती है।
- इनपुट/आउटपुट यूनिट (Input/Output Unit)
- सेण्ट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (Central Processing Unit)
- मैमोरी यूनिट (Memory Unit)
Computer Memory एक फिजिकल डिवाइस है, जिसका उपयोग कंप्यूटर में अस्थायी तथा स्थायी तौर पर data, information और instruction को स्टोर करने के लिए किया जाता है।
जिस तरह हम मनुष्यों के पास डेटा और इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए मस्तिष्क होता है ठीक उसी तरह कंप्यूटर में डेटा और इनफार्मेशन को स्टोर करने के लिए मेमोरी होती है
Types of Memory
- Primary memory(Main Memory)
- Secondary memory
- Cache memory
1. Primary Memory :-
प्राइमरी मेमोरी कम्प्यूटर की मुख्य मेमोरी है जिससे डेटा को काफी तेजी से एक्सेस किया जा सकता है | यह कंप्यूटर की इंटरनल मेमोरी है | प्राइमरी मेमोरी एक Volatile memory है मतलब प्राइमरी मेमोरी में जो डेटा होता है वो केवल तब तक रहता है जब तक वो कंप्यूटर चालू रहता है जैसे ही कंप्यूटर बंद होता है प्राइमरी मेमोरी में स्टोर डेटा भी नष्ट हो जाता है |
- यह प्रोसेसर (CPU) द्वारा सीधे accessed होता है |
- कंप्यूटर बिना प्राइमरी मेमोरी के नहीं चल सकता।
Example - RAM, ROM, SRAM ,DRAM, PROM, EPROM आदि |
RAM :-
RAM ( Random Access Memory ) ये System का Short Term Memory होता है. जब भी कभी कंप्यूटर कुछ कैलकुलेशन करता हैं तब ये temporarily उस result को RAM में save कर देता हैं.
अगर कंप्यूटर बंद हो जाये तो ये डाटा भी खो जाता है. यदि हम कोई document लिख रहे हों तब उसे नष्ट होने से बचने के लिए हमें बिच बिच में अपने डाटा को save करना चाहिए. Save करने से Data Hard Drive में save हो तो ये लम्बे समय तक रह सकती है.
ROM(Read Only Memory ) :-
Rom एक “Non-Volatile Memory है जिसमे स्टोर डेटा और इंस्ट्रक्शंस बिजली बंद होने या सिस्टम बंद होने पर भी नष्ट नहीं होता।
ROM के अंदर कुछ important इंस्ट्रक्शंस या प्रोग्राम होते हैं जो कंप्यूटर को शुरू करने या बूट करने के लिए आवश्यक होते हैं।
2. Secondary Memory(Auxiliary Memory)
सेकंडरी मेमोरी एक परमानेंट स्टोरेज मेमोरी है सेकेंडरी मेमोरी, कंप्यूटर में एक External (बाहरी)मेमोरी के रूप में रहती है प्राथमिक मेमोरी के विपरीत, सेकेंडरी मेमोरी को सीपीयू द्वारा सीधे एक्सेस नहीं किया जा सकता है। सेकेंडरी मेमोरी के डेटा को सबसे पहले रैम (रैंडम एक्सेस मेमोरी) or Primary Memory में लोड किया जाता है और फिर प्रोसेसर (CPU ) को डेटा पढ़ने और अपडेट करने के लिए भेजा जाता है |
Example – CD-ROM, DVD, Hard Disc, Compact Disc, Pen Drive, Flash Drive, solid state drives (SSD), Optical (CD or DVD) drives, Magnetic Tape आदि |
3. Cache memory
कैश मेमोरी एक बहुत ही हाई स्पीड सेमीकंडक्टर मेमोरी है जो CPU को गति प्रदान करता है | यह एक टेम्परी मेमोरी है जिसमें रखा डेटा कंप्यूटर के बंद होते ही नष्ट हो जाता है | यह सीपीयू और मुख्य मेमोरी के बीच बफर के रूप में कार्य करता है। यह एक छोटे आकार की चिप-आधारित कंप्यूटर मेमोरी है जो सीपीयू और मुख्य मेमोरी के बिच उपस्थित होता है |
Memory Unit (मेमोरी यूनिट):-
जिस तरह समय को मापने के लिए हमारे पास सेकंड, मिनट, और घंटे होते है, लंबाई को मापने के लिए इंच , सेंटीमीटर , मीटर ,फुट जैसे यूनिट्स होते है उसी तरह कंप्यूटर की दुनिया में कंप्यूटर मेमोरी की स्टोरेज क्षमता मापने के लिए हमारे पास Memory Units होते है |
Basic Memory Unit of Computer
- Bite
- Nibble
- Byte
- Kilobyte
- Megabyte
- Gigabyte
- Terabyte
- Petabyte
- Exabyte
- Zettabyte
- Yottabyte
Bite
ये सबसे छोटी यूनिट है। 1 बिट में या तो 0 होता है या फिर 1 , 0 मेमोरी में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल नहीं है और 1 सिग्नल है
इस दुनिया में जितने भी कंप्यूटर है उनको केवल 0 और 1 की भाषा समझ आती है इसलिए हमे जो भीInstruction (आज्ञा) कंप्यूटर को देना होता है वो 0 और 1 के फॉर्म में होता हैं |
Nibble :- यह 4 bites का एक कलेक्शन है
Byte :-
8 बिट के एक ग्रुप को बाइट कहा जाता है यह कंप्यूटर में किसी डेटा में use होने वाला सबसे छोटा यूनिट है |
Kilobyte(KB)
एक Kilobyte कई सारे bytes का कलेक्शन होता है एक किलोबाइट में 1024 bytes होते है |
Megabyte(MB)
एक Megabyte में 1024 Kilobyte होते है |
Gigabyte(GB)
एक Gigabyte में 1024 Megabyte (MB) होते है |
Terabyte(TB)
एक Terabyte में 1024 Gigabyte (GB) होते है |
Petabyte(PB)
एक Petabyte में 1024 Terabyte (TB) होते है |
Exabyte(EB)
एक Exabyte में 1024 Petabyte (PB) होते है |
Zettabyte(ZB)
एक Zettabyte में 1024 Exabyte (EB) होते है |
Yottabyte(YB)
एक Yottabyte में 1024 Zettabyte (ZB) होते है |
हार्डवेयर क्या है (What is Hardware ?)
कंप्यूटर हार्डवेयर को दो मुख्य भागो में विभाजित किया जाता है: Internal और External.
Internal Hardware : आंतरिक घटक आमतौर पर हमें दिखाई नही देते है, क्योंकि यह Computer Case (Cabinet) के अंदर मौजूद होते है, इन्हें देखने के लिए हमे कंप्यूटर को खोलना होगा — CPU , Mother Board ,RAM and ROM etc
External Hardware : बाहरी घटक जिन्हें Peripheral Components भी कहा जाता है, यह बाहर से कंप्यूटर के साथ जुड़े होते है। इनमे Input और Output Devices शामिल है — Mouse , Keyboard, Moniter etc
सॉफ्टवेयर क्या है ?
सॉफ्टवेयर Computer का वह Part होता है जिसको हम केवल देख सकते हैं और उस पर कार्य कर सकते हैं, हार्डवेयर के निर्देशों के अनुसार ही Software कार्य करता है । इसे प्रोग्राम भी कहते हैं । हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच संचार स्थापित करने को इंटरफेस कहते हैं ।
सॉफ्टवेयर के प्रकार- Types of Software
कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर विभिन्न तरह के होते हैं । सामान्यतः इसे तीन वर्गों में वर्गीकृत किया जाता है :
System Software :- System software, ऐसे सॉफ्टवेयर होते है जो कंप्यूटर में मौजूद हार्डवेयर पार्ट्स को मैनेज करने के लिए बनाये जाते है | सिस्टम सॉफ्टवेयर System Software एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो हार्डवेयर (Hardware) को प्रबंध (Manage) एवं नियंत्रण (Control) करता है
Example :- Window ऑपरेटिंग सिस्टम, एक सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो आपके Computer में मौजूद सभी हार्डवेयर संसाधन जैसे – मेमोरी, रैम, प्रोसेसर, आदि को नियंत्रित करता है |
Application Software :- Application software ऐसे सॉफ्टवेयर होते है जो यूजर की जरुरत के अनुसार डिज़ाइन और डेवलप्ड किये जाते है |
Example :- Microsoft Office , Adobe Photoshop etc
Utility Software :-
Utility software ऐसे सॉफ्टवेयर होते है जो कम्प्यूटर को मेंटेन रखने का कार्य करते है यूटिलिटी सॉफ्टवेयर ऑपरेटिंग सिस्टम के कार्यों की निगरानी करते है
Example:- Antivirus, backup software, file manager,और disk compression आदि
कंप्यूटर के प्रकार – Types of Computer
1. Desktop :-
बहुत से लोग Desktop कंप्यूटर का use अपने घरों, स्कूलों और अपने Personal काम के लिए करते हैं.. इनके बहुत सारे Parts होते हैं जैसे Monitor, Keyboard, Mouse etc.
2. Laptop :-
Laptop जो की Battery Powered होते हैं, ये बहुत ही ज्यादा portable होते हैं जिससे इन्हें कहीं भी और कभी भी ले जाया जा सकता हैं.
3. Tablet :-
Tablet की जिसे हम Handheld कंप्यूटर भी कहते हैं क्यूंकि इसे बड़ी आसानी से हाथो में पकड़ा जा सकते है. इसमें Keyboard और Mouse नहीं होते, बस एक touch Sensitive स्क्रीन होता है जिसे typing और navigation के लिए इस्तमाल किया जाता है. Example- iPAD .
स्मार्टफ़ोन (Smartphone) : -
जब एक normal cell phone में Internet enable हो जाता है, वहीँ उसका use कर हम बहुत से कार्य कर सकते हैं तब ऐसे cell phone को स्मार्टफोन कहा जाता है.
टीवी (TV): टीवी भी एक प्रकार का computer होता है जिसमें अब काफी एप्लिकेशन या ऐप्स शामिल हैं जो की इसे Smart Tv में परिवर्तित करते हैं. वहीँ अब सीधे अपने टीवी पर इंटरनेट से वीडियो स्ट्रीम कर सकते हैं.
कंप्यूटर का उपयोग –
कंप्यूटर का use हम अपने जीवन में हर जगह करते आ रहे हैं और करते रहेंगे. ये हमारा एक अंग सा बन गया है.
Health and Medicine: आजकल सभी चीज़े digital हो गयी है जिससे बड़ी आसानी से रोग के बारे में पता चल जाता है और उस हिसाब से उसका इलाज भी possible है. इससे operation भी आसान बन गए हैं.
Business: Business में इसका बहुत बड़ा हाथ है productivity को बढ़ने के लिए. इसका इस्तमाल मुख्य तोर से Marketing, Retailing, Banking, Stock Trading में होता है. यहाँ सभी चीज़ें digital होने के कारण इसकी processing बड़ी ही फ़ास्ट हो गयी है. और आजकल Cashless Transaction पे ज्यादा importance दिया जा रहा है.
Government: आजकल तो Government भी इनकी use के ऊपर ज्यादा focus दे रही है. यदि हम बात करें Traffic, Tourism, Information & Broadcasting, Education, सभी जगह में इनके इस्तमाल से हमारा काम बहुत ही आसन हो गया है.
Defence ,शिक्षा के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग , विज्ञान के छेत्र में कंप्यूटर का उपयोग:
ऐसी बहुत से जगह हैं जहाँ हम इसका इस्तमाल करते हैं
कंप्यूटर के लाभ
इससे निम्नलिखित लाभ होता है जो इस प्रकार है
1. Multitasking
Multitasking एक बहुत ही बड़ी advantage होती है computer की. इसमें कोई आदमी आसानी से multiple task, multiple operation, numerical problems को calculate कर सकते हैं वो भी कुछ seconds में. Computer आसानी से trillion of instructions per second (प्रति सेकंड खरब निर्देश)में calculate कर सकती हैं.
2. Speed
इसकी high speed, जो की इसे कोई भी task को complete करने में मदद करती है वो भी बहुत ही कम समय में. इसमें प्राय सभी operations को तुरंत ही किया जा सकता है,
4. Accuracy (शुद्धता)
ये computer अपने calculation को लेकर बहुत ही ज्यादा accurate होते हैं, इनमें गलती होने की संभावनाएं न के बराबर होती है.
5. Data Security
Digital Data को protect करना ही Data Security कहलाता है. Computer हमारे digital data को unauthorized (अनधिकार)users जैसे की cyberattack या access attack से रक्षा करती है.
Input Device :
Definition -: ” Input device वह Device होता है जो User द्वारा दिये गए निर्देशो और संदेशों को कम्प्यूटर सिस्टम को देने का कार्य करता है। “
Types of Input Devices :-
- Keyboard- कीबोर्ड
- Mouse- माउस
- Scanner- स्कैनर
- Trackball- ट्रैकबॉल
- Joystick- जोस्टिक
- Light Pen – लाइट पेन
- Touch Screen- टच स्क्रीन
- Optical Card Reader (OCR)- ऑप्टिकल कार्ड रीडर (ओसीआर)
- Magnetic Ink Character Recognition (MICR)- चुंबकीय इंक कैरेक्टर रिकग्निशन (एमआईसीआर)
- Optical Bar Code Reader (OBR)- ऑप्टिकल बार कोड रीडर (ओबीआर)
- Voice Recognition Devices- आवाज पहचान डिवाइस
- Optical Mark Reader (OMR)- ऑप्टिकल मार्क रीडर (ओएमआर)
- हंडेल्ड स्कैनर (Handheld Scanner)
- फ्लैटबेड स्कैनर (FLATBED SCANNER)
- शीट-फेड स्कैनर (SHEET-FED SCANNER)
- ड्रम स्कैनर (Drum Scanner)
- प्रोडक्शन स्कैनर (Production Scanner)
- Monitor
- Printer
- Computer Speakers
- Projector
Classification of Computers
- व्यक्तिगत कंप्यूटर (डेस्कटॉप और लैपटॉप),
- स्मार्टफोन, और टैबलेट,
- कैलकुलेटर,
- डिजिटल वजन मशीन,
- डिजिटल घड़ी, इत्यादि.
Mainframe Computer :-
मेनफ्रेम कंप्यूटर बड़ी मेमोरी और प्रोसेसिंग क्षमताओं वाला एक शक्तिशाली Multi-User Computer है जो कई सैकड़ों या हजारों उपयोगकर्ताओं को एक साथ तक का Support (समर्थन )करने में सक्षम है.
एटीएम में लेनदेन जैसे कई उपयोगकर्ताओं द्वारा एक साथ उपयोग के लिए बड़ी संख्या में टर्मिनलों का समर्थन करते हैं. उदाहरण: – IBM 370, S / 390।
Super computer :-
एक बहुत तेज़ कंप्यूटर जो प्रति सेकंड सैकड़ों – लाखों निर्देशों का प्रदर्शन (perform) कर सकता है. सुपर कंप्यूटर में बहुत बड़ी भंडारण क्षमता और कंप्यूटिंग गति होती है जो अन्य कंप्यूटरों की तुलना में कई गुना तेज होती है. सुपरकंप्यूटर आकर में बड़े और बहुत महंगे होते हैं. इनका उपयोग मुख्य रूप से वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग विषयों जैसे मौसम विश्लेषण, परमाणु ऊर्जा अनुसंधान और पेट्रोलियम अन्वेषण इत्यादि कार्यों में किया जाता है.
दुनिया का सबसे शक्तिशाली सुपर कंप्यूटर जापान द्वारा निर्मित “फुगाकू (Fugaku)” है.
General Purpose Computer :-
इसका उपयोग विभिन्न रोज़मर्रा के काम करने में कर सकते हैं जैसे शब्द संसाधन, पत्र लिखना, दस्तावेज़ तैयार करना, रिकॉर्डिंग, वित्तीय विश्लेषण, मुद्रण दस्तावेज़, डेटाबेस बनाना और सटीकता के साथ गणना करना.
Example:- डेस्कटॉप, लैपटॉप, स्मार्टफोन और टैबलेट का उपयोग सामान्य उद्देश्यों के लिए दैनिक आधार पर किया जाता है।
Special Purpose Computer :-
इसका आकार, भंडारण क्षमता और लागत मुख्य रूप से इसके कार्य और आकार पर निर्भर करता है.इनका उपयोग मौसम पूर्वानुमान, अंतरिक्ष अनुसंधान, कृषि, इंजीनियरिंग, मौसम विज्ञान, उपग्रह संचालन, यातायात नियंत्रण और रासायनिक विज्ञान में अनुसंधान के विशेष उद्देश्यों के लिए किया जाता है.
Example : स्वचालित टेलर मशीनें (ATM), निगरानी उपकरण, मौसम की भविष्यवाणी करने वाले , ट्रैफिक-कंट्रोल कंप्यूटर, रक्षा-उन्मुख अनुप्रयोग, तेल-अन्वेषण प्रणाली.
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Power On/Off Button :- यह C.P.U. के सामने लगा होता है इसका कार्य Computer को light से connect और Dis-connect किया जाता है
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Uninterruptible Power Supply (UPS)
UPS का पूरा नाम Uninterruptible Power Supply है। यह एक electronic device होता है। जिसके अंदर electronic parts के साथ-साथ एक बैटरी को भी connect किया जाता है। इसका उपयोग तब होता है। जब electric supply बंद हो जाता है। और तब यह कम्प्यूटर की मदद से electric supply प्रदान करता है। जिससे कम्प्यूटर बंद नही होता और अंदर का डेटा भी सुरक्षित रहता है।
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- कंप्यूटर के आविष्कारक कौन हैं? – चार्ल्स बैबेज
- आधुनिक कम्प्यूटर की खोज सर्वप्रथम कब हुई? – 1946 में
- कम्प्यूटर के क्षेत्र में महान क्रांति कब से आई? – 1960 में
- कंप्यूटर साक्षरता दिवस कब मनाया जाता है? – 2 दिसम्बर को
- सेंटर फॉर डिवेलपमेंट ऑफ अडवांस कंप्यूटिंग (C-DAC) का मुख्यालय कहां हैं? – पुणे में
- भारत में खोजे गए पहले कंप्यूटर वायरस का नाम क्या है? – सी ब्रेन
- विश्व में सबसे अधिक कंप्यूटरों का प्रयोग करने वाला देश कौन सा है? – अमेरिका
- कौन-सा कंप्यूूटर आकार में सबसे छोटा होता है? – पामटॉप
- ENIAC कंप्यूटर कब बनाया गया था? – 1946 में
- भारत में निर्मित प्रथम कम्प्यूटर कौन-सा है? – सिद्धार्थ
- कौन-सा भारत का पहला सुपर कम्प्यूटर है? – परम-8000
- 1961 में प्रथम व्यावसायिक इंटीग्रेटेड चिप का निर्माण किस कंपनी ने किया?– Fair Child Semiconductor Corporation
- फ्लापी डिस्क (Floppy Disk) का आविष्कार IBM के किस वैज्ञानिक ने 1971 में किया? – Alan Shugart (एलन शुगार्ट)
- इंटरनेट का जन्मदाता (Father of the Internet) किसे कहा जाता है? – विंट सेर्फ़ को (अमेरिका)
- इंटरनेट पर मुफ्त में उपलब्ध विकिपीडिया (Wikipedia) की स्थापना किसने की? – Jimmy Wales (जिमी वेल्स)
- 1981 में बैंगलोर में स्थित इंफोसिस टेक्नोलॉजी (Infosys Technology) का प्रारंभ किसने किया? – एन. नारायणमूर्ति
- 1958 में कम्प्यूटर के प्रथम वीडियो गेम का निर्माण किसने किया? – विलियम हिगिन बॉथम ने
- 1964 में माउस का आविष्कार किसने किया? – डॉ. डगलस एंजेलबार्ट ने
- किस व्यक्ति ने भारत में फ्री ईमेल सेवा (Hotmail) को जन्म दिया? – Sabeer bhatiya (सबीर भाटिया)
- WWW (world wide web) के निर्माण का श्रेय किसे जाता है? – टिम बर्नस ली ने
- ‘C’ प्रोग्रामिंग भाषा के जनक कौन है? – Dennis Ritchie (डेनिस रिची)
- किसी प्रोग्राम में बग (BUG) क्या होता है? – Error
- कम्प्यूटर में प्रयुक्त आई.सी. (IC) चिप किसके बने होते हैं? – सिलिकॉन
- दुनिया का पहला प्रोग्रामर किसे माना जाता है? – ऐडा लवलेस
- कम्प्यूटर के कार्य करने की गति को किसमें मापा जाता है? – मेगाहर्ट्ज
- Android के विकास के लिए आधिकारिक भाषा कौन-सी है? – Java
- प्रोसेसर (Processor) की गति मापने वाली इकाई का नाम बताएं? – एनआईपीएस (NIPS)
- ASCII का पूरा नाम बताएं? – American Standard Code for Information Interchange
- कीबोर्ड (Keyword) में “फंक्शन की” की कुल कितनी संख्या होती है? – 12
- प्रथम मैकेनिकल कैलकुलेटर का निर्माण किसने किया था? – ब्लेज पास्कल
1 Comments
Dfg
ReplyDeleteHello Guys Post Aap ko kesi Lagi Jarur bataye or post Share jarur kare