Ashvin Computer Institute Rasulpur Mau

Disk Oprating System

Disk Oprating System

DOS(Disk Operating System) 

वास्तव में एक प्रकार का सिस्टम सॉफ्टवेयर है जो कि  हार्डवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बीच में इंटरफ़ेस का कार्य करता है। ये एक सिंगल यूजर ऑपरेटिंग सिस्टम है जो कि माइक्रो कंप्यूटर्स में उपयोग किया जाता था।  क्योंकि इस ऑपरेटिंग सिस्टम के ज्यादातर कमांड डिस्क(hard disc or floppy disc) से संबंधित होता था। इस प्रकार की ऑपरेटिंग सिस्टम विंडोज़ से पहले के सिस्टम में उपयोग किया जाता था।
Rohan jaiswar

 M.S. DOS की परिभाषा : -  हर छोटा - बड़ा computer अपने Operating system के नियंत्रण में काम करता है "PC" के लिए भी ऑपेरटिंग सिस्टम अपने काम में बार - बार disk की help लेता है उसे disk operating system  कहते हैं 

M.S. के संस्करण  [Version of M.S. DOS ] :-

                                                                    आज कल हम जिस m.s. Dos  का प्रयोग करते है वह सबसे पहले “ 1779” में 86-Dos के नाम से बनाया जाता है | 

File  का नाम : - 

                    जिस तरह हर Directory   का एक नाम होता है उसी तरह हर file  एक नाम होता है

किसी भी file  या  Directory  के दो नाम एक जैसे नहीं हो सकते है 

Types of File :-

                       M.s. Dos  मैं  फाइल मुख्या रूप से दो प्रकार के होते है

                    1. Executable (निष्पादन)                   2. Non- Executable 

  Special Files [ विशेष फाइल ]  :-

                                    m.s. Dos  में  file मुख्य रूप से 3 प्रकार की होती है हर P.C.  में तीनएसी फाइल होती है   जिनका Ms Dos के लिए विशष महत्व होता है इन फाइल का नाम किसी भी हालत मैं बदलना  नहीं  चाहिये | 

  1. COMMAND.COM 
  2. AUTOEXEC.BAT
  3. CONFIG.SYS 

1. Command .com : -

                यह Ms dos  का Command Processor होता है जो हमारे द्वारा दिये गये आदेशो को पकड़कर उनका पालन करता है , इन फाइल के नाम बदलना नहीं चाहिये

 2. Config System :- 

                         यह एक टैक्सट फाइल होती है, जिसमें ऐसे प्रोग्राम होते हैं, जो कम्प्यूटर के हार्डवेयर मेमोरी, Keyboard, printer आदि को configure करता है, जिससे डॉस और एप्लिकेशन प्रोग्राम इनका प्रयोग कर सक CONFIG.SYS फाइल डिस्क पर मूल डायरेक्ट्री में स्टोर रहती है.

3. Autoexec.Bat : -

                          बूटिंग के बाद ऑपरेटिंग सिस्टम इस फाइल को ढूंढ़ता है, और इसे Execute कर देता है. यह क्रिया कम्प्यूटर को ऑन करने पर होती है, यह एक बैच फाइल है इसीलिये इसका Extension. BAT होता है. प्रोग्राम फाइल के समान ही इसमें लिखे निर्देशों को अपने आप Execute किया जाता है इसीलिये इसका नाम AUTOEXEC है.

Dos का  कार्य  :-

  • यह कीबोर्ड से कमांड लेता है और उनकी व्याख्या करता है।
  • यह सिस्टम की सभी फाइलों को दिखाता है।
  • यह पुराने नाम के स्थान पर एक फ़ाइल का नाम बदलता है।
  • यह एक फ्लॉपी में जानकारी की प्रतिलिपि बनाता है।
  • यह एक फ़ाइल का पता लगाने में मदद करता है।
  • यह खोजकर्ताओं को बताता है कि फ़ाइल डिस्क में कहाँ स्थित है।
  • यह फ़ाइलों और निर्देशिकाओं को छुपाता है ताकि दूसरों द्वारा नहीं देखा जा सके।
  • यह फ़ाइल को स्थायी रूप से हटा देता है।

  • यह CPU और memory को कंट्रोल करता है और फ़ाइल का backup भी ले सकते हैं, जो सिर्फ DOS की मदद से मुमकिन है.

DOS किसने और कब बनाया था?

"DOS का निर्माण पीटरसन ने किया था और इसका आरंभ 1981 में Microsoft Company ने किया था."

डॉस में मुख्य रूप से दो प्रकार की कमांड होते हैं :-

 1) आंतरिक डॉस कमांड (Internal DOS Command)

 2) बाह्य डॉस कमांड(External DOS Command)

 1) Internal  - 

यह ऐसे डॉस कमांड होते हैं जो कंप्यूटर को स्विच ऑन करते ही कंप्यूटर बूटिंग के समय अपने आप ही कंप्यूटर में लोड हो जाते हैं और तब तक कंप्यूटर के मेमोरी में बने रहते हैं जब तक कंप्यूटर स्विच ऑफ ना हो जाए। उदाहरण- Copy, Md, Rd, Cd, cls, date, time, Dir, prompt, Del,Echo आदि। 

2) External Command :- यह छोटी-छोटी प्रोग्रामों में स्टोर रहते हैं और यह प्रोग्राम फ्लॉपी डिस्क या हार्ड डिस्क में उपस्थित रहता है। कोई कमांड तभी काम करता है जब उस कमांड के नाम की फाइल फ्लॉपी डिस्क और हार्ड डिस्क में उपस्थित रहता है अन्यथा यह "Bad Command" or "File Name" नाम की संदेश प्रदर्शित करता है। उदाहरण- Compare,tree, diskcomp, sys, undelete, format,unformat, print,edit, backup, restore आदि। 

TIME  – टाइम कमांड का उपयोग कंप्यूटर सिस्टम के वर्तमान समय को प्रदर्शित करने या बदलने के लिए किया जाता है। प्रारूप जो कि समय कमांड द्वारा उपयोग किया जाता है वह HH: MM: SS ::CC जहां HH 24 घंटों के प्रारूप में होता है।

            Syntax C: \> TIME (Enter दबाएं)

DATE - DATE कमांड का प्रयोग वर्तमान दिनांक प्रणाली को MM / DD / YY के प्रारूप में प्रदर्शित करने या बदलने के लिए किया जाता है। और यह कमांड आपको करंट डेट भी बता ता हैं|
               Syntax C: \> DATE (ENTER दबाएं)

Version  :- स कमांड का प्रयोग एमएस डॉस के संस्करण (Version) को दर्शाने के लिए किया जाता है 
        Syntax C:\> Ver  (ENTER दबाएं)

Volume  :- यह कमांड Disk का का वॉल्यूम लेवल (Volume Label) एवं सीरियल नंबर दर्शाता है 
 
            Syntax C:\> Vol    (ENTER दबाएं)

CLS  :-    ये कमांड स्क्रीन को साफ (Clear) करने के लिए काम में लिया जाता है 

            Syntax- C:\> Cls  (ENTER दबाएं)

EXIT :- इस command का use Dos prompt से बाहर आने के लिए किया जाता है |

            Syntax-      

DIR :-     डायरेक्टरी में उपस्थित फाइल एवं फोल्डर की सूची देखने के लिए इस कमांड का              उपयोग किया जाता है

        Syntax  C:\> Dir   (ENTER दबाएं)

Bat :-     इसके use  से हम Bat file  का निर्माण कर सकते है

        Syntax C:\>  copy con Raj.bat(ENTER दबाएं)

                            Time(ENTER दबाएं)

                             Date (ENTER दबाएं)

                               Ver (ENTER दबाएं)

                               Vol (ENTER दबाएं)

                   फ़ाइल को CTRL + Z या F6 का use करके  save करते है

C:\>RAJ.BAT (कोई भी फाइल NAME ) (ENTER दबाएं) : -सूचना देखने के लिए   

COPY CON  –  यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण इंटरनल डॉस कमांड है जो टेक्स्ट फ़ाइलों को बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। 
            Syntax C: \> copy con abc ( Enter दबाएं)
            matter  ---------------------------
                ------------------------------------Type
        फ़ाइल को CTRL + Z या F6 का use करके  save करते है

TYPE – टाइप कमांड का उपयोग फाइल की matter को देखने के लिए किया जाता है।
       
                Syntax C: \> type abc (Enter दबाएं)

REN(Rename) :- इस बेसिक डॉस कमांड का उपयोग किसी मौजूदा फ़ाइल या डायरेक्टरी के नाम को बदलने के लिए किया जाता है।

        Syntax C: \> ren (पुरानी फाइल का नाम) (नया फ़ाइल का नाम) (Enter दबाएं)

Find :-      इसके प्रयोग से हम file  के अंदर के Matter  को ढूंढ सकते है 
                  Syntax C: \> FIND "is" Anshu  (Enter दबाएं)

COPY  – कॉपी कमांड उस फ़ाइल की(copy) प्रतिलिपि बनाने के लिए किया जाता है  फाइल को ठीक तरह से कॉपी करने के लिए आपको सही filename और एक्सटेंशन देना होगा वरना कंप्यूटर आपको Error  मैसेज डिस्प्ले करेगा |

        Syntax C:\> Copy Mukesh Manish (Enter दबाएं)

 Edit  :- 
                Edit  Command की मदद से पहले से बानी file फाइल में सुधार करने के लिए किया जाता है , और नई का file का निर्माण भी कर सकते है।

    Syntax – C:\> Edit   Raju(File_Name)  (Enter दबाएं)

START :- इसके use  से किसी भी Program  को खोला जा सकता है 

           Syntax – C:\> start wordpad (Enter दबाएं) 

Attrib - Attrib command से आप किसी भी files और folder को छुपा और देख  सकते है। 

            1 ) फाइल को छुपने के लिए Attrib  +h  (File_Name )

             2 ) फाइल को दिखने के लिए Attrib -h  (File _Name ) 

        Syntax C:\> Attrib +h   Raju(File_Name)  ( (Enter दबाएं)

        Syntax C:\> Attrib - h   Raju(File_Name)  ( (Enter दबाएं)


Del (Delete) or  Erase  - Del  कमांड की मदद से आप किसी भी ड्राइव की file को delete कर सकते है।

        Syntax – C:\> DEL  Raju(File_Name)  (Enter दबाएं)
         Syntax – C:\> Erase  Raju(File_Name)  (Enter दबाएं)

   Prompt : - इसका प्रयोग से Drive   या  Prompt  का नाम  बदला जाता है

         Syntax – C:\> Prompt Ram

            Ram  prompt (बदले के लिए)

    D:-     इसे  C Drive  से  D drive में बदला जाता है

       Syntax –   C:\> D :  (Enter दबाएं)

            D:\>

MODE  :- MODE COMMAND को डिस्प्ले डिवाइस पर देखा गया कैरेक्टर प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है

  • Syntax – C:\>Mode 200 (Enter दबाएं)
  • Syntax – C:\>Mode 40  (Enter दबाएं)

Echo :-  इसके use से Prompt के on / off  करने के लिए करते है

            Syntax – C:\> Echo off (Enter दबाएं)

            Syntax –  Echo  on (Enter दबाएं)

CHKDSK Command : 

                                        इस command का पूरा नाम Check Disk है। इसकी मदद से  disk की properties check करने के लिए होता है  जैसे कि serial number, volume label और memory आदि।

            Syntax – C:\> CHKDSK (Enter दबाएं)

LABEL : - इस कमाॅड की सहायता से drive के label and serial number को देख सकते है। और बदल भी सकते हैं। Label की साईज windows xp में 11 कैरेक्टर और windows 7 में 32 कैरेक्टर हो सकती है। और इससे लेवल को delete भी कर सकते हैं।

         Syntax – C:\> Label (Enter दबाएं)       

MD (Make Directory) :- 

                            इस कमांड का उपयोग नयी डायरेक्ट्री बनाने के लिए किये जाता है
            Syntax-  C:\>MD <Directory name> 
(Enter दबाएं)  
                Ex. –         C:\> MD ABC
 (Enter दबाएं)  

CD  (Change Directory) :-

                           इसके use से एक Direcotry से दुसरी Directory में प्रवेश करते है

                    Syntax-    C:\>CD ABC (Enter दबाएं)  

Move :-   इसके use से Directory का नाम बदला जाता है

        Syntax C: \>Move  (पुरानीDirectory  का नाम) (नया Directory का नाम) (Enter दबाएं)
            Ex.     C:\>  Move Raj Ranjana (Enter दबाएं)  

Tree :-    इस की सहायता से डायरेक्टरी एवं फाईल को Tree format  में देख सकते है। 

        Syntax:-     c:\>TREE ( Direcotry name) (Enter दबाएं) 

                   Example:-  c:\>TREE Ranjana  (Enter दबाएं) 

RD  (Remove Directory) :-    इस कमांड का उपयोग Disk में पहले से बनी हुई डायरेक्ट्री को remove करने के लिए किया जाता है|

            Syntax-    C:\>RD  < Direcotry name>
                Ex. –       C:\> RD Ranjana

CD.. :- इस कमांड का उपयोग डायरेक्ट्री से बाहर जाने लिए किये जाता है

                        Ex. –    C:\>Nikhil>CD..

                                C:\>

CD/ :-     इससे समस्त Directory से एक ही बार में निकल सकते है

   Ex.   C:\> Sapna\Rahul\Rohan> Cd/  (Enter दबाएं) 

DIR  –  DIR कमांड फाइल के नाम, विस्तार, निर्माण तिथि और संशोधित तिथि के साथ सभी फाइलों और निर्देशिकाओं को प्रदर्शित करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

         Syntax C: \> Dir (Enter दबाएं) 

Dir / P :: यह स्विच हमें रिजल्ट को pagewise देखने में मदद करती हैं |
 Dir / p / w :: यह कंप्यूटर स्क्रीन की Column में परिणाम को प्रदर्शित करता है
Dir /o :: यह क्रमबद्ध क्रम में सूची प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है
Dir/l :: लोअरकेस में प्रदर्शित परिणाम
Dir /S :: कंप्यूटर सिस्टम में सभी फाइलों को दिखाता है
Dir / AH :: सभी फाइलों और निर्देशिका प्रदर्शित करता है जो कंप्यूटर सिस्टम में छिपे हैं
Dir / AS :: सभी सिस्टम फ़ाइलों को प्रदर्शित करता है
Dir / A-S :: सभी फाइलें प्रदर्शित करती हैं जो सिस्टम फाइल नहीं हैं
Dir / AR :: सभी पढ़ने योग्य फाइलें दिखता हें
Dir/ A-R :: केवल पढ़ने योग्य फाइल को छोड़कर सभी फाइलों के 


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